तिरंगे के तीन रंगो को, देखा मैने बार-बार
तिरंगे के तीन रंगो को, देखा मैने बार-बार
तीन रंगो में ब्रम्हा, विष्णू, महेश दिखाई देते है |
तीन रंगो में मुझे सत्य, ज्ञान, आनंद दिखाई देते हैं |
तीन रंगों में मुझे ज्ञान, भक्ती, योग दिखाई देते हैं |
तीन रंगो में मुझे स्वास्थ्य, शिक्षा और धर्म दिखाई देते हैं |
तीन रंगो की छटा में मुझे बापू, वल्लभ, आजाद दिखाई देते हैं |
तीन रंगो की बहार ज्ञानेश्वर, तुकाराम, नामदेव की याद दिलाती हैं |
तीन रंगो के तत्व में मुझे रामकृष्ण, विवेकानंद, नानक दिखायी देते है |
जब भी तुझे देखता हूँ, हर नये रंग मैं तुझे पाता हूँ,
इसलिय तिरंगे तुझे, मैं अपना अंर्तमन करार देता हूँ |
बस एक ख्वाहिश मेरी पूरी करना, मेरे साथ अन्त तक चलना |
तेरे रंग ने दिखाया है मुझे रास्ता मोक्ष का |
मेरी प्रीत को सदा अपने से लिपटाये रखना |
जिंदगी रहे न रहे, पर मेरी दो आँखो के सामने सदा बने रहना |
मेरा मीत भी तू है, तू ही मेरी साधना |
बस एक तमन्ना है दिल मैं ;
जब शरीर छोडकर जाऊँ, तो मेरे कानों में वंदेमारतम का गान हो,
मेरी आँखो के सामने तू हो |
सच्ची प्रीत निभाना ; घर तक मुझे अपने से लिपटा कर पहुँचाना |
तभी समझूँगा मेरी साधना सफल हुई |
तेरे मेरे प्रेम की कहानी सच्ची हुई |
वंदे मातरम !
तिरंगे के तीन रंगो को, देखा मैने बार-बार
तीन रंगो में ब्रम्हा, विष्णू, महेश दिखाई देते है |
तीन रंगो में मुझे सत्य, ज्ञान, आनंद दिखाई देते हैं |
तीन रंगों में मुझे ज्ञान, भक्ती, योग दिखाई देते हैं |
तीन रंगो में मुझे स्वास्थ्य, शिक्षा और धर्म दिखाई देते हैं |
तीन रंगो की छटा में मुझे बापू, वल्लभ, आजाद दिखाई देते हैं |
तीन रंगो की बहार ज्ञानेश्वर, तुकाराम, नामदेव की याद दिलाती हैं |
तीन रंगो के तत्व में मुझे रामकृष्ण, विवेकानंद, नानक दिखायी देते है |
जब भी तुझे देखता हूँ, हर नये रंग मैं तुझे पाता हूँ,
इसलिय तिरंगे तुझे, मैं अपना अंर्तमन करार देता हूँ |
बस एक ख्वाहिश मेरी पूरी करना, मेरे साथ अन्त तक चलना |
तेरे रंग ने दिखाया है मुझे रास्ता मोक्ष का |
मेरी प्रीत को सदा अपने से लिपटाये रखना |
जिंदगी रहे न रहे, पर मेरी दो आँखो के सामने सदा बने रहना |
मेरा मीत भी तू है, तू ही मेरी साधना |
बस एक तमन्ना है दिल मैं ;
जब शरीर छोडकर जाऊँ, तो मेरे कानों में वंदेमारतम का गान हो,
मेरी आँखो के सामने तू हो |
सच्ची प्रीत निभाना ; घर तक मुझे अपने से लिपटा कर पहुँचाना |
तभी समझूँगा मेरी साधना सफल हुई |
तेरे मेरे प्रेम की कहानी सच्ची हुई |
वंदे मातरम !
प.पू. भैय्यूजी महाराज
प्रणेता
श्री सदगुरु धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट
इंदौर (मध्यप्रदेश)
प्रणेता
श्री सदगुरु धार्मिक एवं पारमार्थिक ट्रस्ट
इंदौर (मध्यप्रदेश)